कलयुग में अगर इंसान को अगर शक्तिशाली बनना है , प्रभावशाली दिखना है …बहुत बड़ी बात अगर ज्ञानी ही बनना है तो उसका आर्थिक पक्ष बहुत मजबूत होना चाहिए। क्योंकि भूखे पेट ना भाये गोपाला या भूखे पेट हम साधारण इंसान भक्ति नहीं कर सकते .... मुझ जैसे कुछ पागलों को छोड़कर …।
आर्थिक पक्ष तभी मजबूत होता है , जब आवक इतनी हो कि जावक का पता ही ना लगे , ईश्वर की अनुकम्पा से सब पक्ष मजबूत हो जाते हैं। मेरी पर्सनल धर्म -ग्रन्थ में मैंने कुछ ऐसे ही मंत्र मिले जो आप सभी के लिए हैं। सबसे बड़ी बात इन दोनों मंत्र को नित्य पढ़ने के लिए आपका अधिकतम ५ से १० मिनट लगेगा।
१) धन -दायक और समृद्धिदायक माता महालक्ष्मी जी का मंत्र :-
दिशा - पूर्व ,आसन - लाल , जाप - मात्र २१ बार रोज़
दिशा - पूर्व ,आसन - लाल , जाप - मात्र २१ बार रोज़
ॐ ह्रीं श्रीं धनधान्य करि महाविद्ये अवतार मम गृहे धनधान्यम क्रूरु कुरु ठः ठः स्वाहा।
२) जिंदगी में अगर किसी आर्थिक विपत्ति जैसे धन हानि , व्यापार में नुक्सान , बचपन से ही धन का अभाव …सीधा सा मतलब है , हर प्रकार की आर्थिक विफलता को दूर कर आपको , आपके परिवार को आर्थिक सम्पन्त्ता देने के लिए।
माता अंजलि ( श्री हनुमान जी की माता )के चित्र रोज १०८ बार जाप करें इस मंत्र का :-
ॐ नमो देव भगवते त्रिलोचनम् त्रिपुरम् अंजलि में कल्याणम् कुरु -कुरु स्वाहा।
२५,००० जाप होते ही ये सिद्ध हो जायेगा , चाहे तो जाप संख्या आप बढ़ा सकते हैं , पर कम से कम १०८ या १ माला(मैं इस पोस्ट के साथ माता अंजलि का चित्र दे रहा हूँ चाहे तो कलर प्रिंट निकलवा लें )
इन दोनों को या कोई एक का भी जाप करें अपनी सहूलियत के साथ , ये सोचकर कि बीमारी कब कौन सी दवाई से ठीक हो जाये , मतलब पूर्ण विश्वास के साथ , क्योंकि जो लड़ता है वही जीतता है।
ॐ नमः शिवाय।
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